Ministry of Defence: 29 हजार करोड़ रुपये के सौदों को मंजूरी दी है, जिसमें नौसेना को सर्विलांस एयरक्राफ्ट खरीदने की स्वीकृति शामिल
सौदे के तहत, 15 मेरीटाइम पेट्रोल एयरक्राफ्ट मेड इन इंडिया प्रोजेक्ट के तहत देश में ही निर्मित किए जाएंगे। साथ ही, सी-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट भी विनिर्मित किए जाएंगे। इस सौदे की कुल मूल्य 29 हजार करोड़ रुपये होगा।
रक्षा मंत्रालय ने भारतीय नौसेना के लिए नौ मेरीटाइम सर्विलांस एयरक्राफ्ट और भारतीय तटरक्षक बल के लिए छह पेट्रोल एयरक्राफ्ट खरीदने के सौदे को मंजूरी दी है। इस सौदे के अंतर्गत, 15 मेरीटाइम पेट्रोल एयरक्राफ्ट बनाए जाएंगे जो भारत में ही विकसित किए जाएंगे, साथ ही सी-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट भी तैयार किए जाएंगे। इस सौदे का कुल मूल्य 29 हजार करोड़ रुपये होगा।
नौसेना की सर्विलांस क्षमताओं में इजाफा होने जा रहा है।
बुधवार को रक्षा मंत्रालय ने कानपुर स्थित एक कंपनी से 1752.13 करोड़ रुपये के सौदे का भी करार किया है। इस सौदे के तहत, 463 विभिन्न आयामों और 12.7 एमएम के रिमोट कंट्रोल गन का निर्माण किया जाएगा। ये गन नौसेना और तटरक्षक बल के जवानों को उपलब्ध होंगे। इन सौदों से न केवल भारत की समुद्री ताकत में इजाफा होगा, बल्कि यह आत्मनिर्भर भारत को भी बढ़ावा देगा।
इस सौदे के तहत, टाटा एडवांस्ड सिस्टम और एयरबस मिलकर एयरक्राफ्ट का निर्माण करेंगे। इन एयरक्राफ्ट्स में आधुनिक रडार और सेंसर्स शामिल होंगे। इस सौदे के पूरे होने के बाद, नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल की सर्विलांस क्षमताओं में विशेष इजाफा होगा। चीन जिस तरह से हिंद महासागर में अपनी ताकत बढ़ा रहा है और अंतरराष्ट्रीय शिपिंग रूट पर हमले बढ़ रहे हैं, इस समय में यह सौदा महत्वपूर्ण है।
चीन की बढ़ती चुनौती से निपटने में ये सौदा महत्वपूर्ण साबित होगा।
चीन के हिंद महासागर में बढ़ते दखल और अंतरराष्ट्रीय शिपिंग रूट पर बढ़ते हमलों की चुनौती से निपटने के लिए भारतीय नौसेना लगातार अपनी क्षमताओं में इजाफा कर रही है। अब इस सौदे से नौसेना की तैयारियों में तेजी आने की उम्मीद है।