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DEATH: दुखद खबर! टीवी कलाकार रितुराज सिंह का अचानक दिल का दौरा पड़ने से निधन

Tv Actor Ruturajsinh

टेलीविज़न अभिनेता रितुराज सिंह के 59 वर्ष की उम्र में अचानक हृदय गति रुकने से निधन के बाद यह सवाल उठता है कि क्या उनके अग्नाशय की बीमारी और इस घटना के बीच कोई संबंध था। क्या अग्नाशय की कोई भी बीमारी आपके दिल के लिए खतरा बन सकती है? कई अध्ययनों ने एक संबंध तो दिखाया है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि एक बीमारी दूसरे का कारण है या नहीं। आइए इस गंभीर विषय पर गहराई से नज़र डालें।

क्या अग्नाशय की बीमारी हृदय गति रुकने का कारण बन सकती है?

अग्नाशय की कई बीमारियां हृदय को प्रभावित कर सकती हैं। उदाहरण के लिए, अग्नाशयशोथ (pancreatitis) में सूजन हृदय की धमनियों को भी नुकसान पहुंचा सकती है, जिससे हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा, अग्नाशय कैंसर कुछ हृदय संबंधी परेशानियों जैसे कि अनियमित धड़कन (arrhythmia) का कारण बन सकता है।

रितुराज सिंह के मामले में क्या हुआ?

यह कहना मुश्किल है कि उनके अग्नाशय की बीमारी का उनके हृदय गति रुकने से सीधा संबंध था या नहीं। इसके लिए उनके मेडिकल रिकॉर्ड्स का गहन विश्लेषण करना होगा। हालांकि, यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना हमें इस बात पर विचार करने के लिए प्रेरित करती है कि अग्नाशय और हृदय स्वास्थ्य के बीच संबंध को गंभीरता से समझने की आवश्यकता है।

आप अपने दिल का ख्याल कैसे रख सकते हैं?

स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, तनाव प्रबंधन और धूम्रपान न करने से न केवल आपके अग्नाशय बल्कि आपके पूरे शरीर और हृदय का भी स्वास्थ्य अच्छा रहता है। यदि आपको कोई अग्नाशय संबंधी बीमारी है, तो अपने डॉक्टर से नियमित रूप से जांच करवाएं और अपने दिल के स्वास्थ्य पर भी नज़र रखें।

डॉ. संजीव गेरा, निदेशक और एचओडी, कार्डियोलॉजी, फोर्टिस हॉस्पिटल, नोएडा बताते हैं, “अग्नाशय की बीमारी सीधे तौर पर कार्डियक अरेस्ट का कारण नहीं बन सकती है, जब तक कि किसी के दिल में कोई छिपी हुई या अज्ञात स्थिति न हो या उनमें मधुमेह, उच्च रक्तचाप जैसे जोखिम कारक न हों।

रक्तचाप, रक्त शर्करा का स्तर, कोलेस्ट्रॉल, धूम्रपान, तनावपूर्ण या गतिहीन जीवन शैली। जिस किसी को भी अग्न्याशय की बीमारी के साथ-साथ ये जोखिम कारक मिले हैं, वह छोटी-छोटी रुकावटों के भी टूटने और दिल का दौरा पड़ने की चपेट में है। कभी-कभी थक्के और रुकावटें हृदय के विद्युत आवेगों में बाधा डालती हैं, जिससे अचानक हृदय गति रुक जाती है।” रोगियों के वास्तविक साक्ष्यों के आधार पर, उन्होंने पाया है कि आमतौर पर जिन लोगों को अग्न्याशय की बीमारी होती है, वे शराबी और भारी धूम्रपान करने वाले होते हैं, इसलिए उनमें मूक हृदय रोग होने की संभावना अधिक होती है।