भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि बिपरजॉय ने राज्य के कच्छ और सौराष्ट्र क्षेत्र के आठ जिलों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। लेकिन सख्त तैयारी और पूर्व चेतावनी ने कोई नुकसान नहीं हुआ।
शुक्रवार को दक्षिण-पूर्व अरब सागर से उठा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय (BIPORJOY CYCLONE)एक दिन पहले गुजरात के तट से टकराने के बाद आगे तो बढ़ गया, लेकिन अपने पीछे बहुत कुछ छोड़ गया। नुकसान का आकलन अभी मुश्किल है, लेकिन टूटे घर और बिजली के खंभे हर जगह दिखाई देते हैं। हटाए जा रहे करीब 600 पेड़ सड़कों पर गिर गए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इन परिस्थितियों को देखते हुए प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने का निर्णय लिया है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि बिपरजॉय ने राज्य के कच्छ और सौराष्ट्र क्षेत्र के आठ जिलों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। लेकिन सख्त तैयारी और पूर्व चेतावनी ने कोई नुकसान नहीं हुआ। समय रहते एक लाख से अधिक लोग सुरक्षित स्थानों पर पहुंचे।
- Advertisement -
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बिपरजॉय से प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति का जायजा लेने के लिए गुजरात जाएंगे। यहां वह जखाऊ बंदरगाह और कच्छ का दौरा करेंगे। बाद में वरिष्ठ अधिकारियों और मुख्यमंत्री के साथ भी बैठक करेंगे।
शाह प्रभावित क्षेत्रों का पहला हवाई सर्वेक्षण करेंगे। इस दौरान वह लोगों से मिलेंगे और आश्रय गृहों का दौरा करेंगे।वह मांडवी जाएगा और प्रभावित लोगों से बातचीत करेगा। गृहमंत्री बाद में भुज में स्वामी नारायण मंदिर जाएंगे और प्रभावितों के लिए भोजन और अन्य सुविधाओं की जांच करेंगे।
1998 में गुजरात में हुए भीषण तूफान में करीब चार हजार लोग मारे गए थे। स्थानीय मीडिया ने बताया कि 2001 के तूफान में सौ लोग मारे गए थे। शुक्रवार को कच्छ, देवभूमि द्वारका, जामनगर, भावनगर, बनासकांठा और मोरबी जिलों में भारी बारिश हुई।
देवभूमि द्वारका में 24 घंटों में 100 से 200 मिलीमीटर बारिश हुई। मौसम विभाग ने कहा कि रविवार सुबह तक बनासकांठा और पाटन समेत कई जिलों में भारी बारिश जारी रहने की संभावना है। NDRF और सेना पूरी तरह से तैयार हैं।